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प्रधानमंत्री मोदी के भाषणों में राम मंदिर का जिक्र होना आचार संहिता का उल्लंघन नहीं - चुनाव आयोग

 25 Apr 2024

चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में प्रधानमंत्री मोदी के भाषणों में कथित रूप से धर्म के इस्तेमाल को आचार संहिता का उल्लंघन नहीं माना है।आयोग ने कहा कि पीएम मोदी केवल अपनी उपलब्धियाँ गिनवा रहे थे। खबरों के अनुसार आयोग ने पीलीभीत में दिये भाषण को प्रचार करने की स्वतंत्रता के दायरे में रखा है।


पीएम के भाषण में आचार संहिता उल्लंघन जैसा कुछ नहीं

अंग्रेजी अख़बार द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट के वकील आनंद एस जोंडेले ने चुनाव आयोग को पीएम मोदी के ख़िलाफ अपनी एक शिकायत दर्ज़ करवाई थी। शिकायत में उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी ने अपनी चुनावी रैलियों में हिंदू धार्मिक स्थलों और देवी देवताओं के साथ सिखों के धार्मिक ग्रंथों का भी जिक्र किया। पीएम ने ऐसा करके चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन किया है।

चुनाव आयोग का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा की चुनावी रैलियों में जिस तरह से राम मंदिर और गुरु ग्रंथ साहिब का जिक्र किया, उससे चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन नहीं हुआ है। आयोग का कहना है कि पीएम मोदी पीलीभीत की रैली में केवल अपनी उपलब्धियाँ गिनवा रहे थे।

चुनाव आयोग ने अभी तक अपने निर्णय की आधिकारिक जानकारी आनंद को नहीं दी है। आयोग इस हफ़्ते आनंद को अपने जवाब की एक कॉपी सौंप सकता है। आनंद ने प्रधानमंत्री के ख़िलाफ एक शिकायत दिल्ली उच्च न्यायालय में भी की थी। जिसमें इसी हफ़्ते सुनवाई होने की उम्मीद है।


शिकायत में क्या था

आनंद ने अपने पत्र में लिखा था कि प्रधानमंत्री के भाषण से देश में समुदायों को लेकर मौजूदा मतभेद और भी ज्यादा बढ़ेंगे। पीएम वोट के लिए साम्प्रदायिक भाषणों का इस्तेमाल कर रहे हैं। जबकि चुनावी आचार संहिता के अनुसार चुनाव में मंदिरों या किसी भी धार्मिक स्थलों/नामों का जिक्र नहीं किया जा सकता है।

10 अप्रैल को आनंद ने अपनी शिकायत में आयोग से पीएम मोदी के ख़िलाफ धारा 153A के तहत कार्रवाई करने की माँग की थी। धारा 153A के अनुसार, ऐसी किसी भी भाषा का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है जिसमें धर्म, नस्ल, जन्म-स्थान और भाषा के आधार पर विभिन्न समुदायों/धर्मों में दुश्मनी को बढ़ावा या शांति को भंग करने की कोशिश की गयी हो या करता हो। आनंद ने आयोग की तरफ़ से 5 दिनों तक कोई कार्रवाई न करे जाने के बाद 15 अप्रैल को दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। जिसमें उन्होंने कोर्ट से मांग की थी कि वह चुनाव आयोग को निर्देश दे कि उनकी शिकायत पर आयोग जल्द कार्रवाई करें।


पीएम मोदी ने क्या कहा था

पीएम मोदी ने 9 अप्रैल की रैली में राम मंदिर के प्राणप्रतिष्ठा समारोह में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के शामिल न होने पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने राम का अपमान किया है। पीएम मोदी ने सिखों से संबंधित 1984 की घटना का जिक्र करते हुए कांग्रेस को घेरा। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के लोग भी आज सिखों के साथ अन्याय करने वालों के साथ खड़े हुए हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने सिंगापुर के गुरुद्वारों पर भी हमला बोला था। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार अफ़ग़ानिस्तान में सिखों के पवित्र ग्रंथ ‘गुरु ग्रंथ साहिब’ के विमोचन की तैयारी में है।